भजन बिना कोई न जागै रे - गुलाब नाथ जी महाराज - तेरा जन्म जन्म का पाप करेड़ा - Bhajan Bina Koi Na Jage Re

!! भजन बिना कोई न जागै रे !!



भजन बिना कोई न जागै रे , लगन बिना कोई न जागै रै 

तेरा जनम जनम का पाप करेड़ा , रंग किस बिध लागेरै 

संता की संगत करी कोनी भँवरा , भरम कैयाँ भागै रै 

राम नाम की सार कोनी जाणै , बाताँ मे आगे रै 

या संसार काल वाली गीन्डी , टोरा लागे रै 

गुरु गम चोट सही कोनी जावै , पगाँ ने लागे रै 

सत सुमिरण का सैल बणाले , संता सागे रै

नार सुषमणा राड़ लडै जद , जमड़ा भागै रै

नाथ गुलाब सत संगत करले , संता सागे रै

भानीनाथ अरज कर गावै , सतगुराँजी के आगे रै


भावार्थ - नाथ संप्रदाय के प्रसिद्ध संत श्री भानी नाथ जी महाराज भजन का महत्व बताते हुए कहते हैं की भजन के बिना कोई नहीं जाग सकता है ! बिना भजन के परमात्मा के श्री चरणों में लग्न भी नहीं लग सकती है ! क्योंकि इस जीव के जन्म जन्म में किए हुए पापों के कारण परमात्मा के नाम का रंग लगना मुश्किल होता है ! आगे महाराज श्री लोगों के भजन में मन नहीं लगने कारण बता रहे हैं कि मनुष्य संतों की संगत नहीं करता है इस कारण उनका भरम दूर नहीं होता है और राम नाम के महत्व के बारे में आज के मानव को जानकारी नहीं होती है इस कारण संसार में मोह ज्यादा रहता है और सांसारिक बातों में ध्यान अत्यधिक होता है ! इस संसार का अंतिम सत्य मृत्यु ही है ! गुरुदेव के द्वारा काल से बचने के लिए जो प्रताड़ना दी जाती है वह शिष्य द्वारा सहन नहीं होती है ना ही शिष्य वास्तविक चरण अनुरागी होता है ! संतो के संग रहकर सत्य और सुमिरन का सहारा लेकर भजन करोगे तो यमदूत भी तुमसे दूर रहेंगे संत श्री गुलाब नाथ जी महाराज कहते हैं कि संतों के संगत करो इसे ही कल्याण संभव है भानी नाथ जी महाराज अर्ज करके गुरु जी से प्रार्थना करते हैं ||

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