हुई सफल कमाई महाराज भर्तृहरि थारी - hui safal kamai maharaj bharatri thari bhajan lyrics by Prakash das ji maharaj ,sunita swami

 ।। दोहा ।।

चलता दीखे ना चंद्रमा , बढ़ती दीखे ना बेल ।

साधु सुमिरता दीखे नहीं , ये कुदरत का खेल ।।





!! हुई सफल कमाई महाराज / थारी सफल कमाई महाराज भर्तृहरि थारी !!


हुई सफल कमाई महाराज , भरतरी ओ थारी , भरतरी थारी । 

मालिक रे कारण जोग फकीरी धारी , ईश्वर रे कारण जोग फकीरी धारी ॥


राजा सूतो रे महल के माँय , तृष्णा जागी , तृष्णा ओ जागी । 

ज्यांने मिल गया गोरखनाथ , भरमना भागी ।। 

.... हुई सफल कमाई  ....


राजा गयो जंगल रे माँय , लगा रयो हेला , लगा रयो हेला । 

ज्यां ने मिल गया गोरखनाथ , मूड लिया चेला ।। 

.... हुई सफल कमाई ....


राजा जावो रे महल के माँय , लगा आवो फेरी , लगा आवो फेरी । 

पिंगळा ने कहिजो मात , करो मत देरी ॥ 

.... हुई सफल कमाई ....


राजा गया रे महल के माँय , लगा आयो फेरी , लगा आयो फेरी । 

भिक्षा घालो पिंगळा मात , मत करो देरी ॥ 

.... हुई सफल कमाई ....


राणी खड़ी महल रे माँय , लटिया तोड़े , लटिया तोड़े । 

राजा एक दिन पकड्यो हाथ , प्रीत मत तोड़े । 

.... हुई सफल कमाई ....


राणी खड़ी ड्योढ़ी के बीच , कळप रही काया , कलप रही काया । 

थारा मरजो गोरख नाथ , राज छुड़वाया ॥ 

.... हुई सफल कमाई ....


राणी मत दे गुरुने दोष , करम गति न्यारी , करम गति न्यारी । 

म्हारे विधाता लिखिया लेख , टरे नहीं टारी ॥ 

.... हुई सफल कमाई ....


एक सोहन शिखर रे बीच , सांकड़ी सेरी , सांकड़ी सेरी ।

ज्याने गावे जरणानाथ , भजन रा ओ लहरी ॥

.... हुई सफल कमाई ....





Credit -
Song - hui safal kamai maharaj bharatri thari bhajan lyrics
Singer - Prakash das ji maharaj, sunita swami,gulab nath ji,prakash mali 


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